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महिंद्रा ग्रुपने 8.4 बिलियन क्यूबिक लीटर पानी बचाया
अहमदाबाद । वित्त वर्ष 2013-14 के दौरान ऑफसेट मेकैनिज्म के जरिए कुल 6.1 क्यूबिक
बिलियन पानी की खपत और कुल 8.4 क्यूबिक बिलियन पानी की बचत कर, महिंद्रा समूह ने
वाटर पॉजिटिव का दर्जा हासिल किया। इस उपलब्धि को हासिल करने का श्रेय व्यापक रूप
से महिंद्रा ग्रुप की कंपनी, ईपीसी इंडस्ट्रीज लिमिटेड द्वारा वर्ष 2013 के दौरान
गुजरात में क्रियान्वित माइक्रो इरिगेशन सिस्टम (एमआईएस) को जाता है।
माइक्रो इरिगेशन सिस्टम पर क्लीन डेवलपमेंट मेकैनिज्म (सीडीएम) नामक यह परियोजना,
यूएनएफसीसीसी (यूनाइटेड नेशंस फ्रेमवर्क कन्वेंशन ऑन क्लाइमेट चेंज) के प्रोग्राम,
एक्टिविटीज ऑन एनर्जी एफिसिएंसी के तहत क्रियान्वित किया गया।
इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य सिंचाई के परंपरागत फ्लड मेथॅड की तुलना में ड्रिप एवं
स्प्रिंक्लर इरिगेशन जैसी कुशल कृषि प्रणालियों के जरिए एनर्जी एफिसिएंसी को बढ़ावा
देना था। इसके कई फायदे देखने को मिले, जैसे-पानी की खपत में 30 से 50 प्रतिशत तक
की बचत, आवश्यक श्रम में 50 प्रतिशत की कमी, ऊर्वरकों के उपयोग में 30-40 प्रतिशत
की कमी और पैदावार में 12-76 प्रतिशत की वृद्धि। *11
सोनालीका ने श्री बी.वी.आर.सुब्बू को स्वतंत्र निदेशक के तौर पर नियुक्त किया
अहमदाबाद । सोनालीका, ट्रैक्टर्स के प्रमुख ब्रांड्स में से एक ने श्री
बी.वी.आर.सुब्बू को कंपनी के बोर्ड में स्वतंत्र निदेशक के तौर पर नियुक्त किया है।
श्री सुब्बू, ऑटोमोबाइल उद्योग में एक वरिष्ठ, अनुभवी और जाना माना नाम हैं और
उन्होंने प्रतिष्ठित संगठनों में प्रमुख पदों पर तीन दशकों से अधिक समय तक काम किया
है।
श्री सुब्बू ने 1977 में टाटा एडिमिनिस्ट्रेटिव सर्विस में नियुक्ति प्राप्त की थी
और वे टाटा मोटर्स में विभिन्न विभागों में लाइन और स्टाफ दायित्वों पर काम कर चुके
हैं। उन्हें टाटा 2213 को प्रस्तुत करने के पीछे मुख्य दिमाग माना जाता है जो कि
भारत में पहला व्यापक बाजार में प्रभाव जमाने वाला हैवी कमॢश्यल वाहन है। वहीं
हुंडई मोटर्स इंडिया लिमिटेड में प्रेसिडेंट के तौर पर अपने कार्यकाल में उन्होंने
हुंडई को भारत का दूसरा सबसे बड़ा कार ब्रांड बना दिया।
श्री सुब्बू, जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स में मास्टर डिग्री रखते हैं
और वे इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेन ट्रेड, नई दिल्ली से डिप्लोमा इन इंटरनेशनल
ट्रेड भी कर चुके हैं। उनकी मुख्य रूचियां रणनीतिक कारोबार कंसल्टिंग, ऑटोमोटिव
निर्माण (मुख्य तौर पर उच्च प्रदर्शन आधारित डीजल इंजन और स्पेशल पर्पज व्हीकल्स
हैं) और व्यावसायिक वाहन वितरण में हैं।
उन्होंने एलएंडटी (एमआईपीडी), प्रोटॉन होल्डिंग्स बे्रहाड, मलेशिया और लोटस कार्स
लिमिटेड, यूके के बोर्ड में भी सेवाएं प्रदान की हैं। वे श्रीराम इंस्टीट्यूट ऑफ
साइंटफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च, नई दिल्ली के गर्वनिंग बोर्ड के सदस्य भी हैं और
वे केपीआईटी टैक्नोलॉजीस लिमिटेड, पुणे के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के सदस्य, एशिया
एडवाइजरी बोर्ड और पिनाकल इंजंस इंक., अमेरिका के बोर्ड सदस्य भी हैं।
उनकी इस नई नियुक्ति पर प्रतिक्रिया देते हुए श्री ए.एस.मित्तल, वाइस चेयरमैन,
सोनालीका समूह ने कहा कि ‘‘समूह ने सोनालीका को एक अंतरराष्ट्रीय ब्रांड में बदल
दिया है और आज समूह अपने उत्पादों को विश्व के 74 देशों से अधिक को निर्यात कर रहा
है। वैश्विक मान्यता के साथ ही सोनालीका ने लगातार तरक्की करते हुए कई प्रमुख
अंतरराष्ट्रीय ब्रांड्स के साथ रणनीतिक सहभागिता भी की है जैसे कि जापान के यानमार
ग्रुप के साथ जो कि 5 बिलियन डॉलर की कंपनी है। सोनालीका की निर्माण और आरएंडडी
सुविधाएं ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में संयुक्त एक्रीडिएशन सिस्टम के तहत प्रमाणित
हैं। ये भारत की पहली ट्रैक्टर कंपनी है जिसे आईएसओ: 14001 सर्टीफिकेशन प्राप्त है।
सोनालीका, राष्ट्र को खाद्य सुरक्षा प्रदान करने के लिए प्रभावी मशीनीकरण से खेतों
से उत्पादन बढ़ाने के लिए अपना योगदान देने के लिए मिशन पर है। इस मिशन को सफल
बनाने के लिए हमें समान सोच वाले टीम सदस्यों की जरूरत है, जिनके पास संबंधित कौशल
और अनुभव हो। श्री सुब्बू का अनुभव और ज्ञान का भंडार, हमारे कारोबार के लिए
बहुमूल्य है और इससे हम सर्वश्रेष्ठता और सभी के लिए सम्पन्नता के अपने मिशन को
हासिल कर पाएंगे।’’
सोनालीका समूह आज ट्रैक्टर निर्माण उद्योग में एक जाना माना नाम बन चुका है। कंपनी
18 एचपी से 120 एचपी तक वर्ग में सर्वाधिक बिकने वाली ट्रैक्टर्स की निर्माता होने
पर गर्व करती है। सोनालीका द्वारा निर्मित किए गए ट्रैक्टर शानदार प्रदर्शन,
अतुलनीय गुणवत्ता और बाजार में अत्याधिक भरोसे का प्रतीक हैं क्योंकि ये अपनी
खींचने की अधिक क्षमता, न्यूनतम ईंधन खपत, अत्याधिक बैकअप टार्क, हैवी ड्यूटी
उपकरण, कम धुएं का स्तर और संतुलित ट्रैक्टर के तौर पर शानदार हैं और संपूर्ण
टै्रक्टर के नाम से लोकप्रिय हैं। *10
केले के उत्पादन में गुजरात दूसरे नंबर पर आ गया
अहमदाबाद । केले की सिजन शुरू हुई है लेकिन गुजरात ने केले के उत्पादन में देश में
पहले नंबर से लुढक कर दो नंबर पर आ गया है । क्लोनिंग से केले से छोड को तैयार करने
में कई कंपनी आगे थी जिससे एक हेक्टर में केले का उत्पादन देश में सबसे ज्यादा था ।
पडोशी राज्यों में केले का उत्पादन बढ़ने से कींमत आधा हुआ है । प्रति किलो केला ११
रुपये से घटकर कींमत ५ रुपया हो गया है । आलु और गेहूं जैसी फसलों में बारिश होने
से नुकसान हुआ और एक बोझ किसानों के केले पर पडा है । अब देश में केले के उत्पादन
में पहले नंबर पर मध्यप्रदेश है । मध्यप्रदेश के किसानों के बाद महाराष्ट्र के
किसान आगे आ रहे है, यह देखकर दो वर्ष में महाराष्ट्र दूसरे नंबर पर आ जाएगा ।
महाराष्ट्र ने एक ही वर्ष में केले के हेक्टर उत्पादन में ३४.१८ फीसदी की सुधार
किया है ।
जबकि गुजरात में ६.५९ फीसदी की कमी हुई है । गुजरात में एक समान केले से छोड टीस्यु
कल्चर पद्धति से होता था । लेबोरेटरी में विकसित की गई यह जात के कारण गुजरात ने
पहला नंबर हांसिल किया था । जो लगभग एक दशक तक बरकरार रखा था । देश में केले का कुल
उत्पादन २,९७२ करोड़ किलो केला पकता है । जो औसत २५ किलो होता है । जबकि गुजरात में
४४२.५४ करोड़ किलो केला पकता है । जो औसत ६५ किलो उपयोग होता है । देश में सबसे
ज्यादा केला पकाते राज्य में तमिलनाडु आगे है । जबकि कुल केले का उत्पादन ५६,५०,०००
टन है । उसके बाद महाराष्ट्र ४८,३०,६०० टन, गुजरात ४२,२५,४९० टन और मध्यप्रदेश
१७,३५,००० टन होता है ।
फेडरल बैंक के बचत खाता ग्राहकों को 1 लाख रू का स्वास्थ्य बीमा कवर
अहमदाबाद । फेडरल बैंक ने मैक्स बुपा के सहयोग में 16 अप्रैल 2015 से खुले सभी नये
बचत बैंक खाता के लिए 1 लाख रू की एक विशेष स्वास्थ्य बीमा कवर आफर की है,इस पर
प्रीमियम प्रति खाता 1000 रू है। कवर बीमा रहने तक अंतरंग रोगी इलाज, सभी दिन
देखभाल प्रक्रिया प्रदान करता है।
इस अवसर पर बोलते हुए प्रमुख-रिटेल बिजनेस श्री बाबू के ए ने कहा कि,‘‘ स्वास्थ्य
बीमा एक अत्यधिक महत्वपूर्ण जरूरत के बतौर उभरा है क्योंकि यह जिंदगी के
अप्रत्याशित क्षणों को कवर करता है। हमें मैक्स बुपा के सहयोग में अपने नये बचत
बैंक ग्राहकों के लिए इस अनोखे पेशकश को शुरू करने पर खुशी हो रही है। विशेषताओं और
मूल्य के लिहाज से यह पेशकश उद्योग में सर्वोत्तम है। 1.00 लाख (मात्र एक लाख रूपए)
रू के स्वास्थ्य कवर के लिए प्रीमियम प्रति दिन 3 रू से कम है। हमारा हमेशा से
प्रयास रहा है कि उम्दा उत्पाद एवं सेवाएं प्रदान की जाये। यह अनोखी पेशकश अपने
ग्राहकों के स्वास्थ्य के साथ संपदा पर हमारी प्रतिबद्वता एवं चिंता को दर्शाता
है।’’
गुजरात सरकार १० नई मेडिकल कोलेजिस शुरु करेगी
अहमदाबाद ।
गुजरात सरकार प्राइवेट- पब्लिक पार्टनरशीप मोड में नयी मेडिकल कोलेज और अस्पताल शुरु करने की नयी नीती के साथ आगे बढ़ सकती है । मिली जानकारी के अनुसार आगामी तीन-चार साल के दौरान नयी १० मेडिकल कोलेज शुरु हो एसी संभावना है । साथ ही १५०० एमबीबीएस की सीटे बढ़ाई जाएगी । हाल में गुजरात में एमबीबीएस की २७८० सीटें रिक्त है । १०८० एमबीबीएस की सीटों के साथ ६ सरकारी मेडिकल कोलेज है । जबकि १२ सेल्फ फाइनान्स मेडिकल कोजेल है । जिसमें सीटों की संख्या १७०० है । सरकार १५०० सीट बढ़ाने की तैयारी कर रही है । राज्य में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग द्वारा मिली जानकारी के अनुसार सरकार नयी मेडिकल कोलेज और अस्पताल शुरु करने के लिए निजी कंपनियों को प्रोत्साहन देने की योजना बना रहा है ।इसके साथ ही नयी मेडिकल कोलेज बनाने के लिए सुविधाएं भी दी जाएगी । सरकार ने २० एकर जमीन और ५० करोड़ वायाबिलीटी गेप फंड भी नयी मेडिकल कोलेज के लिए देने का निर्णय किया गया है । एक अग्रणी अंग्रेजी अखबार के अनुसार नयी संस्थाएं स्थापित होने से मेडिकल के विद्यार्थियों को फायदा होगा । खर्च को लेकर गिनती चल रही है । इन्डस्ट्रीयल प्रोजेक्ट की तरह ही मेडिकल कोलेज प्रोजेक्ट को भी मार्ग, जल आपूर्ति, बिजली जैसी इन्फ्रास्ट्रक्चर की सुविधा आवश्यक है । हर मेडिकल कोलेज कम अस्पताल में ५०० करोड़ के आसपास निवेश किया जाएगा । सरकार ने सभी जिला कलक्टर को उनके इलाके में योग्य जमीन ढूढने की अपील कर दी है । 7
पूरे भारत में गुजरात के कृषि लेबर को मिलता है सबसे कम रुपया
अहमदाबाद। पूरे विश्व में गुजरात मॉडल की चर्चा देखने को मिल रही है तब गुजरात के ग्रामीण क्षेत्रों में एग्रीकल्चर लेबर देश में सबसे कम पैसा पानेवाले लेबरों में शामिल है । गुजरात फार्म वर्करों को देश में सबसे कम पैसा चुकाया जा रहा है । औसत वेतन न्यूनत्तम वेतन से भी ज्यादा है । ऐसी स्थिति में विपक्षी पार्टी को मौका मिल जाए ऐसी संभावना दिखाई दे रही है । गुजरात के ग्राणीण अर्थतंत्र में मजदूरों को अहम माना जाता है । एक अग्रणी अंग्रेजी अखबार में इस बारे में आंकड़ा प्रकाशित किए जाने के बाद जानने को मिला है कि देश में सबसे कम पैसा पाते वर्करों में गुजरात के कृषि वर्कर है । पुरूष लेबर के लिए औसत हररोज वेतन पानेवाले लोगों की बात की जाए तो केरल का चित्र सबसे अच्छा रहा है । केरल में बिनकृषि लेबर ६२०.६१ रुपया मिलता है । जबकि कृषि लेबर ५८२.३८ रुपया औसत हररोज मिलता है । गुजरात का यह चित्र काफी निराशाजनक है । बोटम राज्यों में गुजरात शामिल है । गुजरात में कृषि लेबर को हररोज सिर्फ १६९.३२ रुपया चुकाया जाता है । जबकि बिनकृषि लेबर को १९०.५३ रुपये चुकाया जाता है । लेबर ब्यूरो द्वारा इस बारे में आंकड़ा जारी किया गया है । रोचक बात यह है कि, राज्य सरकार द्वारा निश्चित किए गए न्यूनत्तम हररोज के वेतन से औसत दैनिक वेतन भी अलग है । सरकार द्वारा निश्चित किए गए न्यूनत्तम दैनिक वेतन २९३ रुपये के करीब है । स्कील वर्करों के लिए २८४ रुपये की रकम रखी गई है । जबकि नोन एग्रीकल्चर वर्क में शामिल रहे बिनअनुभवी लेबरों को हररोज औसत १९०.५३ रुपये दिए जाते है । जो एक सिर्फ मध्यप्रदेश और औडिशा में चुकाये जाते पैसे से ज्यादा है । केरल में औसत हररोज वेतन देश में हाईएस्ट है । जम्मू-कश्मीर, तमिलनाडु, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश भी ज्यादा पीछे नहीं है ।
6गुजरात में हर महीने शराब से १ हजार को लिवर सिरोसीस होता है
अहमदाबाद। ड्राई गुजरात में ज्यादा शराब पीने के चलते हर महीने लिवर सिरोसिस के १ हजार केस सामने आ रहे है । इसमें से करीब ८० फीसदी केस गुजरातियों को शराब के सेवन से हो रहे है, जबकि इस राज्य में शराब पर बैन है । अहमदाबाद से सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में इस बीमारीग्रस्त पीड़ित मरीजों की संख्या काफी ज्यादा है । पश्चिमी भारत के सबसे बड़े रेफरल सेंटर, सिविल अस्पताल में एक महीने में सबसे ज्यादा २७० मरीजों का रेकॉर्ड है । इसके बाद एक महीने में सबसे ज्यादा मरीज-वीएस अस्पताल में २३०, शारदाबहन अस्पताल में २२० और एलजी अस्पताल ेमं १८० मरीज भर्ती हुए । प्राइवेट अस्पताल, सोला, गुरुकुल और गांधीनगर में भी हर महीने करीब ८० लिवर सिरोसिस के पेशेंट आ रहे है । लिवर सिरोसिस में धीरे-धीरे स्वस्थ लिवर के टिशू कम होते जाते है और आगे चलकर यह लिवर फेल होने का कारण भी बन जाता है । ऐसे ही एक केस में चंदोलिया निवासी ३२ साल के चंदन भारवाड २०१३ तक काफी शराब का सेवन करते थे । इसके बाद उन्हें लिवर सिरोसिस होने की बात सामने आई, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी । सिरोसिस चौथी स्टेज में पहुंच कर कैंसर बन चुका था और इलाज के दौरान ही उनकी मौत हो गई । सिविल अस्पताल के मेडिसिन डिपार्टमेन्ट में असिस्टेंट प्रफेसर डॉ.दिनेश जोशी बतातें है कि उनके पास आनेवाले मरीजों में अधिकतर पुरुष होते है । इनकी कीडनी में खराबी, खून में ऑक्सीजन का स्तर कम होने जैसे कई लक्षण देखने को मिलते है । ऐसा नहीं है कि गुजरात में सिर्फ ज्यादा उम्र के लोगों में यह बीमारी देखने को मिल रही है, बल्कि कम उम्र के युवा भी इसकी चपेट में आ रही है । वीएस अस्पताल की डॉक्टर लीना दाभी का कहना है कि उनके पास २५-४० की उम्र के ज्यादा मरीज आते है । ये लगभग रोजाना शराब पीने वालों में से होते है ।
5पशु-पक्षीओं को मिल रही है वीआईपी ट्रीटमेन्ट
अहमदावाद
। पिछले दो दिन से राज्य में गर्मी का प्रमाण बढ़ा है और पारा अब ४२ को पार कर गया
है । वहीं ऐसी गर्मी में आम जनता तो परेशान है ही लेकिन पशु-पक्षी भी इससे काफी
परेशान है । ऐसे में अब अहमदाबाद कांकरीया के प्राणी संग्रहालय में पशु-पक्षीओं को
गर्मी से राहत देने के लिए खास व्यवस्था की गई है । कांकरिया प्राणी संग्रहालय में
पशु-पक्षीओं को गर्मी से राहत देने के लिए वीआईपी ट्रीटमेन्ट दी जा रही है ।
मिली जानकारी के मुताबिक, गर्मी की ऋतु की शुरुआत हो चुकी है और तापमान अब ४० से
ऊपर दर्ज हो रहा है । गर्मी के प्रकोप से बचने के लिए अब कांकरिया में प्राणियों और
पशुओं के लिए खास व्यवस्थी की गई है । कांकरिया प्राणी संग्रहालय में सिंह, बाघ,
चित्ता, सांप, हिपोपोटेमस, रींछ जैसे हिंसक प्राणियों के लिए एयरकुलर की व्यवस्था
की गई है । जबकि हाथी जैसे विशालकाय प्राणियों पर ठंड़े पानी का छींटकाव किया जा रहा
है । अन्य प्राणियों और पक्षीओं के लिए खास व्यवस्था की गई है । खास तौर पर विदेशी
पक्षीओं को अधिक गर्मी लगती है । जिसके कारण कसावरी, ईमु जैसे पक्षीओं के लिए पानी
का छींटकाव किया जा रहा है । कई प्राणीओं को पींजरे में फुआरे की व्यवस्था की गई है
। जिसके कारण प्राणियो और पक्षीओं को गर्मी से राहत के साथ-साथ प्रवासीयों को भी
गर्मी से राहत होगी । कांकरीया में हर पींजरे में ग्रीन नेट लगा दी गई ।
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फोरेवर मार्क द्वारा अक्षय तृतिया पर बेन्गल्स की अद्भूत श्रेणी पेश
अग्रणी डायमंड ब्रांड फोरेवर मार्क ने अक्षय तृतीया के मौके पर बेन्गल्स की अद्भूत
रेन्ज किया है। यह रेन्ज भारतभर में फोरेवरमार्क के ओर्थोराइज्ड ज्वैलर्स में
उपलब्ध है।
हिन्दू कलेन्डर में अक्षय तृतीया का खास महत्व है। यह कहा जाता है कि इस दिन जो भी
खरीदे वह सफलता और अच्छा नसीब लाता है। फोरेवर मार्क इस दिन सफेद डायमंड और जडित
सोने में बेन्गल्स ओफर करता है जो सुन्दर और खास है।
प्रत्येक फोरेवरमार्क बेन्गल क्लासिक और सुक्ष्मतापूर्वक डिजाइन की गई है। यह
बेन्गल की श्रेणी रोजाना पहनने के लिए अनुकूल है। फोरेवरमार्क के जेवरात एलिगन्स
देता है और स्त्री की सुन्दरता को निखारता है।
फोरेवरमार्क डी बियर्ड ग्रुप ऑफ कंपनी की डायमंड ब्रांड है। फोरेवरमार्क का
प्रत्येक डायमंड विश्वसनीयता का आश्वासन देता है। दुनिया में 1 प्रतिशत से अधिक
हीरे फोरेवर मार्क डायमंड के लिए योग्य ठहरते है।
हरे कृष्ण मुवमेन्ट अहमदाबाद द्वारा श्री श्री राधाकृष्ण प्राणप्रतिष्ठा महोत्सव का आयोजन
अहमदाबाद। वर्ष 2008 में स्थापित हरेकृष्ण मुवमेन्ट, अहमदाबाद की ओर से प्रेरित
भगवान श्रीकृष्ण के नवनिर्मित हरेकृष्ण मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव ता.18
अप्रेल, 2015 से ता. 21 अप्रेल, 2015 तक आयोजित की जा रही है। 21 अप्रेल, 2015 को
अखातीज के शुभदिन पर गुजरात राज्य के मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल के हाथों शहर के
साइन्स सिटी के पास भाडज में स्थित हरेकृष्ण मंदिर का उद्घाटन किया जाएगा।
18 अप्रेल, 2015 से ता. 21 अप्रैल तक चलने वाले प्राणप्रतिष्ठा महोत्सव में
वैविध्यपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस कार्यक्रम में शोभायात्रा, झुलासण
उत्सव, पालखी उत्सव, मंदिर क तालाब में नौकाविहार, श्री श्री राधाकृष्ण के लिए
महाअभिषेक और रथयात्रा इत्यादि शामिल है। इसके अलावा शाम को कृष्ण लीला पर
लोकनृत्य, शास्त्रीय नृत्य के और भजन के कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।
विशाल परिसर में नवनिर्मित हरेकृष्ण मंदिर में श्री राधाकृष्ण की मूर्ति को जयपुर
के कलाकारों द्वारा तैयार कर लाया गया है। आगमशास्त्र के अनुसार वैदिक पद्धतियां और
विधि विधान से भी प्राण प्रतिष्ठा विधि की जाएगी। विविध प्रकार की शास्त्रोक्त विधि
द्वारा श्री श्री राधाकृष्ण और उनके पार्षदों को आध्यात्मिक विश्व में से भौतिक जगत
में भक्तों की सेवाएं स्वीकारने के लिए बुलाया जाएगा। प्राणप्रतिष्ठा विधि में होम,
महाभिषेक और विविध अधिवास सेवाएं शामिल है।
भाडज स्थित हरेकृष्ण मंदिर गुजरात के अन्य मंदिरों से किस तरह अलग है, इस बारे में
हरेकृष्ण मुवमेन्ट अहमदाबाद के अध्यक्ष जगनमोहन क्रिष्ण दास ने बताया कि, 'वैदिक
संस्कृति के अनुसार समाज में मंदिर की भूमिका महत्वपूर्ण और अभिन्न है। मंदिर तो
मात्र भगवान की भक्ति का ही स्थान नहीं। मंदिरों में आध्यात्मिक ज्ञान और
आध्यात्मिक भोजन (प्रसादी) के वितरण का सक्रिय केन्द्र भी है। मंदिर की यह
जिम्मेदारी बनती है। वर्तमान समय में समाज में भौतिक सुखसमुद्रि की सुविधाओं की ओर
दौड़ चल रही है, वहीं आध्यात्मिक सुखसुविधा की ओर जीवंत केन्द्रों को अभाव है। इससे
आज के समय में ऐसे जीवंत केन्द्रों की अत्यंत आवश्यकता है। ऐसे मंदिर समाज की
जिम्मेदारी नहीं लेकिन बडी सम्पति है। यदि सभी मंदिर ऐसे जिम्मेदारी अदा करे तो
हमारा समाज इसकी भव्य भौतिक और आध्यात्मिक समृद्धि की तरफ पुन: आ सके, हेरकृष्ण
मंदिर ऐसा ही अनुसरणीय उदाहरण अन्य मंदिरों को दिया जाएगा और उदाहरण दिया जा सके कि
मंदिर ईश्वर की सेवा और उसके साथ मानवजाति की सेवा के लिए किस तरह संस्था बन सके।
फोरेवर मार्क द्वारा अक्षय तृतिया पर बेन्गल्स की अद्भूत श्रेणी पेश
अग्रणी डायमंड ब्रांड फोरेवर मार्क ने अक्षय तृतीया के मौके पर बेन्गल्स की अद्भूत
रेन्ज किया है। यह रेन्ज भारतभर में फोरेवरमार्क के ओर्थोराइज्ड ज्वैलर्स में
उपलब्ध है।
हिन्दू कलेन्डर में अक्षय तृतीया का खास महत्व है। यह कहा जाता है कि इस दिन जो भी
खरीदे वह सफलता और अच्छा नसीब लाता है। फोरेवर मार्क इस दिन सफेद डायमंड और जडित
सोने में बेन्गल्स ओफर करता है जो सुन्दर और खास है।
प्रत्येक फोरेवरमार्क बेन्गल क्लासिक और सुक्ष्मतापूर्वक डिजाइन की गई है। यह
बेन्गल की श्रेणी रोजाना पहनने के लिए अनुकूल है। फोरेवरमार्क के जेवरात एलिगन्स
देता है और स्त्री की सुन्दरता को निखारता है।
फोरेवरमार्क डी बियर्ड ग्रुप ऑफ कंपनी की डायमंड ब्रांड है। फोरेवरमार्क का
प्रत्येक डायमंड विश्वसनीयता का आश्वासन देता है। दुनिया में
1
प्रतिशत से अधिक हीरे फोरेवर मार्क डायमंड के लिए योग्य ठहरते है।
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